जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)
जगदम्बा जी की आरती (Jagadamba Jee Ki Aarati)

आरती कीजै शैल – सुता की ।। टेक ।।
जगदम्बा की आरती कीजै ,

सनेह-सुधा, सुख सुन्दर लीजै ।
जीने नाम लेत दृर्ग भीजे,

ऐसी वह माता वसुधा की ।। आरती ॰ ।।

पाप विनाशनी, कलि -मल-हरिणी,
दयामयी भवसागर तारिणी ।

शस्त्र धारिणी शैल- विहारिणी,
बुद्धि- राशि गणपति माता की ।। आरती ॰ ।।

सिंहवाहिनी मातु भवानी,
गौरव- गान करें जग -प्राणी ।

शिव के हृदयासन की रानी,
करें आरती मिल -जुल ताकि ।। आरती ॰ ।।