जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)
परम् पूज्य महाराज जी (बाबा उमाकान्त जी महाराज) का आदेश है हर सत्संगी भाई-बहन को कम से कम 2-3 प्रार्थनाएँ जरूर याद होनी चाहियें

देखो गुरु दरबार मची होली

Dekho Guru Darbar Machi Holi

देखो गुरु दरबार मची होली । सखि देखो ।

उड़े अबीर गुलाल चहूँ दिशि, ले लाल फुहार पवन डोली ।

लाल अकाश लाल रवि मंडल, कण-कण भूमि लाल धूली ।

भये गिरि लाल, लाल कानन, तरू लाल लता तिन पर फूली ।

बजत मृदंग मेघ जनु गर्जहिं, होत मल्हार कहीं होली ।

हंस हंसिनी नाचे गावें, रंग भूमि में राम धनुष तोड़ी ।

सीता सुरत सुमन की माला, ले श्रीराम गले मेली ।

सोई बड़ भागी जो यह होली, जयगुरुदेव कृपा खेली ।