जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)
परम् पूज्य महाराज जी (बाबा उमाकान्त जी महाराज) का आदेश है हर सत्संगी भाई-बहन को कम से कम 2-3 प्रार्थनाएँ जरूर याद होनी चाहियें

हे री! मैं तो प्रेम दिवानी, मेरा दरद न जाने कोय

He Re Me To Prem Diwani Mera Darad Na Jane Koy

हे री! मैं तो प्रेम दिवानी, मेरा दरद न जाने कोय ।

सूली उपर सेज हमारी, किस विध सोना होय ।

गगन मण्डल पर सेज पिया की, किस विध मिलना होय ।

घायल की गति घायल जाने। कै जिन लागी होय ।

जौहरी की गति जौहरी जाने, कै जिन जौहर होय ।

दरद की मारी बन बन डोलूँ, वैद्य मिलो नहीं कोय ।

मीरा की प्रभु पीर मिटे, जब वैद्य साँवरिया होय ।