जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)
परम् पूज्य महाराज जी (बाबा उमाकान्त जी महाराज) का आदेश है हर सत्संगी भाई-बहन को कम से कम 2-3 प्रार्थनाएँ जरूर याद होनी चाहियें

दयालु दया सिन्धु हैं नाम तेरे

dayalu daya sindhu hain nam tere

दयालु दया सिन्धु हैं नाम तेरे
दयालु दया सिन्धु हैं नाम तेरे,

तो उपर दया क्यों नही होती मेरे।

तुम हो सिन्धु तो बूद मैं भी तुम्हारी,

किस अपराध से मैं बधीं काल घेरे।

तड़पती हू दिन रात मिलने को तेरे,

मैं बन्धन में तुम सुख की लेते हिलोरे।

तेरी अंष मैं इतना दुख पा रही हू,

पिता मेरे क्यों चुप खड़े दृष्टि फेरे।

दया दृष्टि एक बार यदि मुझ पर होती,

तो दुख जन्म मरने के कट जाते मेरे।