जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)
पूजा महात्मा की होती है (Mahatma Ki Puja Hoti Hai Kahani)

Mahatma is worshiped

इस दुनियां में कभी भी परमात्मा की पूजा नहीं हुई पूजा हुई उन महान आत्माओं की जो इस मनुष्य शरीर में आये । परमात्मा न तो कभी आया है और न कभी आएगा | उसकी भेजी हुई नुमाइन्दी शक्तियां इस पृथ्वी पर आती रहीं | उन्होंने अपना संदेश जन साधारण को सुनाया | उन्हीं के मन्दिर बने | उन्हीं के मस्जिद और गिरजाघर बन गये | उन्हीं _ महापुरुषों को आपने परमात्मा माना । भगवान माना, खुदा और गॉड कहा | वेदों, पुराणों और शास्त्रों में भी कहा है कि पूजा किसकी हो ? गुरु की ! सेवा गुरु की हो क्योंकि गुरु ही परमात्मा का ज्ञान देता है । पर आपने ग्रन्थों को ध्यान से पढ़ा कब ? आप तो केवल यह पढ़ते रहे कि एक हजार .सें दो हजार, लाख से दो लाख और करोड़ से दो करोड़ हो जाये । दुनियाँ का सामान कैसे आए कैसे लूटा मारा जाय । ध्यान तो आपका इन सबको पढ़ने में रहा | बीच बीच में रामायण और गीता को भी पढ़ लिया।

पुस्तकों का ज्ञान वही करा सकता है जिसने उसको पाया है । जिन महापुरुषों ने परमात्मा को पाया, उन्होंने यह ग्रन्थ और पुस्तकें बनाई । वही महापुरुष जिन्होंने परमात्मा को पाया है । आपको इन धार्मिक ग्रन्थों का सही अर्थ बता सकते है ।