पिता पुत्र के प्यार का अंतर | father son love difference
पापा पापा मुझे चोट लग गई खून आ रहा है 5 साल के बच्चे के मुँह से सुनना था कि पापा सब कुछ छोड़ छाड़ कर गोदी में उठाकर एक किलोमीटर की दूरी पर क्लिनिक तक भाग-भाग कर ही पहुँच गए !
दुकान कैश काउंटर सब नौकर के भरोसे छोड़ आये !
सीधा डाक्टर के केबिन में दाखिल होते हुए।
डॉक्टर को बोले, देखिये डॉक्टर साहब मेरे बेटे को क्या हो गया है ??
डॉक्टर साहब ने देखते हुए कहा, अरे भाई साहब घबराने की कोई बात नहीं है मामूली चोट है....
ड्रेसिंग कर दी है जल्दी ठीक हो जायेगी ! डॉक्टर साहब कुछ पेन किलर लिख देते तो दर्द कम हो जाता ! अच्छी से अच्छी दवाईया लिख देते ताकि जल्दी ठीक हो जाये घाव जल्दी भर जाये !!
डाक्टर-अरे भाई साहब क्यों इतने परेशान हो रहे हो कुछ नहीं हुआ है 3-4 दिन में ठीक हो जायेगा !!
बच्चे को लेकर लौटे तो नौकर बोला सेठ जी, आपका ब्रांडेड महंगा शर्ट खराब हो गया,खून लग गया अब ये दाग नही निकलेंगे !
कोई नहीं ऐसे शर्ट बहुत आएंगे जायेंगे मेरे बेटे का खून बह गया वो चिंता खाये जा रही है, कमजोर नहीं हो जाये, तू जा एक काम कर, थोड़े सूखे मेवे फ्रूट ले आ इसे खिलाना पड़ेगा, और मैं इसको लेकर घर चलता हूँ !!
40 साल बाद
दुकान शोरूम में तब्दील हो गई थी ! भाई साहब का बेटा व्यापार बखूबी संभाल रहा था !
भाई साहब रिटायर्ड हो चुके हैं घर पर ही रहते थे ! तभी घर से बेटे की बीवी का फोन आता है !
बीवी📞अजी सुनते हो ?
ये आपके पापा पलंग से गिर गए हैं सर पर से काफी खून आ रहा है !!
लड़का-अरे यार ये पापा भी न, इनको बोला है जमीन पर सो जाया करो पर मानते हीे नही पलंग पर ही सोते है !
अरे रामू काका जाओ तो घर पर पापा को, डॉक्टर अंकल के पास ले कर आओ !
मैं आता हूँ सीधा हॉस्पिटल वहीँ पर !!
बूढ़े हो चुके रामू काका धीरे चल कर घर जाते है ! तब तक सेठजी का काफी खून बह चुका था !!
बहु मुँह चढ़ा कर बोली ले जाओ जल्दी, पूरा महंगा कालीन खराब हो गया है !!
काका जैसे तैसे जल्दी से रिक्शा में सेठजी को डाल कर क्लीनिक ले गए !
बेटा अब तक नही पंहुचा था काका ने फोन किया तो बोला अरे यार वो कार की चाबी नही मिल रही थी अभी मिली है !
थोड़े कस्टूमर भी है आप लेकर बैठो मैं आता हूँ !
जो दूरी 40 साल पहले एक बाप ने बेटे के सर पर खून देखकर बेटे को गोदी में उठा कर भाग कर 10 मिनिट में तय कर ली थी !
उतनी दूरी बेटा 1 घन्टे में कार से भी तय नही कर पाया था !
डाक्टर ने जैसे ही भाई साहब को देखा, उनको अंदर ले जाकर इलाज चालू किया !
तब तक बेटा भी पहुँच गया
डॉक्टर अंकल बोले, बेटे खून बहुत बह गया है एडमिट करना पड़ेगा !
बेटा-अरे कुछ नही डाक्टर साहब,आप ड्रेसिंग कर दो ठीक हो जायेगा 2-4 दिन में !!
डाक्टर अंकल बोले ठीक है, कुछ दवाईया लिख देता हूँ थोड़ी महंगी है, लेकिन आराम जल्दी हो जायेगा !!
लड़का-अरे डॉक्टर अंकल चलेगा 4-5 दिन ज्यादा लगेंगे तो अब इतनी महंगी दवाइयो की क्या जरूरत ?
चलो मुझे निकलना पड़ेगा शोरूम पर कोई नहीं है !
ये सुनते ही डॉक्टर अंकल के सब्र का बांध टूट गया और 40 साल पहले की उसे पूरी घटना सुनाई
उसे अहसास करवाया की वो तुमसे कितना स्नेह करते थे और तुम-------?
सज्जनों ये आज की सच्चाई है आज हमारे अंदर का इंसान मर चुका है।
माँ बाप अकेलेपन का जीवन जी रहे हैं और बच्चे कामयाबी और दौलत की चकाचौंध में खो कर सब कुछ भूल चुके हैं !! |