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दिल में दर्द हो तो जवान में भी दर्द की तासरीर होती है, बाहर से कितनी ही बनावट करो. बात नहीं बनती | जिसके दिल में विरह है तो उसके जवान में भी दर्द भरी होगी । बुल्लेशाह ने अपने गाने में सारा दर्द उड़ेल दिया था | उठकर वेश्या को गले लगा लिया । लोग शाह इनायत के इस कृत्य पर आश्चर्यचकित थे कि ये क्या हो गया ? शाह इनायत ने कहा कि भाई बुल्ले अब पर्दा उठा दे । बुल्लेशाह ने चरणों में गिरकर कहा मैं बुल्ला नहीं भुल्ला हूँ अर्थात् भूला हुआ हूँ ।
गुरु का खुश होना है भारी, सतपुरुष निज कृपाधारी।
गुरु प्रसन्न हो जा ऊपर, वही जीव है सबके ऊपर।। |
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