जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)
परम् पूज्य महाराज जी (बाबा उमाकान्त जी महाराज) का आदेश है हर सत्संगी भाई-बहन को कम से कम 2-3 प्रार्थनाएँ जरूर याद होनी चाहियें

हे मेरे गुरुदेव करुणा सिंधू करुणा कीजिए, हूं अधम आधीन अशरण, अब शरण मे लीजिए।।

He Mere Gurudev Karuna Sindu Karuna Kijiye Hu Adham Aadheen Asharan Ab Saran Me Lijiye

हे मेरे गुरुदेव करुणा सिंधू करुणा कीजिए,
हूं अधम आधीन अशरण, अब शरण मे लीजिए।।

मुझ मे कुछ जप तप न साधन और नही कुछ ज्ञान है,
निर्लज्जता है एक बाक़ी औऱ बस अभिमान है।।

खा रहा गोते हूं मेंं भव सिंधू के मझधार मे,
आसरा न और कोई दूसरा संसार मे।।

पाप बोझों से लदी नैया भँवर मे जा रही,
नाथ दोड़ो और बचा लो अब तो डूबी जा रही।।

आप भी यदि सुध न लोगे फिर कहाँ जाऊंगा मे,
जन्म दुःख से नाँव कैसे पार कर पाउँगा मे।।

हर जगह मंजिल भटक कर ली शरण है आपकी,
पार करना या न करना दोनों मर्जी आपकी।।

हे मेरे गुरुदेव करुणा सिंधू करुणा कीजिए।।
हूं अधम आधीन अशरण, अब शरण मे लीजिए।।