जय गुरु देव
समय का जगाया हुआ नाम जयगुरुदेव मुसीबत में बोलने से जान माल की रक्षा होगी ।
परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन (मध्य प्रदेश)
परम् पूज्य महाराज जी (बाबा उमाकान्त जी महाराज) का आदेश है हर सत्संगी भाई-बहन को कम से कम 2-3 प्रार्थनाएँ जरूर याद होनी चाहियें

फागुन के दिन चार, होली खेल मना रे

phaagun ke din chaar, holee khel mana re

फागुन के दिन चार, होली खेल मना रे|

बिन करताल पखावज बाजे, अनहद की झनकार
होली खेल मना रे||१||

बिन सुर राग छत्तीसों गावे, रोम-रोम रंग सार |
होली खेल मना रे||२||

शील संतोष की केसर घोली, प्रेम प्रीत पिचकार |
होली खेल मना रे||३||

उड़त गुलाल लाल भये बादल, बरसत रंग अपार |
होली खेल मना रे||४||

घट के पट सब खोल दिए हैं, लोक लाज सब डार |
होली खेल मना रे||५||

होली खेल प्यारी पिया घर आए, सोई प्यारी पिय प्यार |
होली खेल मना रे||६||

मीरा के प्रभु गिरधर नागर, चरण कवँल बलिहार |
होली खेल मना रे||७||