Precious words of Baba Umakant Ji Maharaj for the businessmen brothers | Baba Umakant Ji Maharaj, Ujjain, Madhya Pradesh
अपने भाग्य , प्रारब्धद्ध पर भरोसा रखें। हमेशा जायज मुनाफा लें और उस मुनाफे का उपयोग परिवार की परवरिश अच्छे ढंग से साधन-सुविधा से करने के साथ ही साथ कुछ अंश गरीब गुरबों के भोजन, वस्त्र व औषधि में भी खर्च कर दिया करें, इससे बरकत बढ़ जाएगी। मिलावट ना करें। मिलावट से कमाया हुआ धन आप अस्पताल में दे आओगे, मुकदमों में फंस जाओगे। दवा भी मिलावटी खाने को मिलेगी फिर खूब दवा खाओगे, आराम नहीं आएगा। जिस नाम को बढ़ाने के लिए मिलावट की, वह नाम भी खत्म हो जाएगा।
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